Wednesday 22 August 2012

केन्द्रीय विद्यालय , एस.पी.एम.होशंगाबाद (नर्मदापुरम )



                                                                    
 मध्य़प्रदेश की जीवनदायिनी मानी जाने वाली नर्मदा नदी के किनारे बसे होशंगाबाद शहर का अपना ऐतिहासिक,धार्मिक एवं सामाजिक महत्व है। मालवा के सुल्तान होशंगशाह गौरी के नाम पर बसा यह शहर अपने प्राचीन ऐतिहासिक घाटों,मंदिरों,प्राकृतिक सौंदर्य एवं प्रागैतिहासिक शैल चित्रकारी के लिए जाना जाता है। होशंगाबाद जिले मे स्थित पाँच केन्द्रीय विद्यालय (पंचमडी़,सी.पी..इटारसी,आयुध निर्माणी इटारसी, सिवनी मालवा,एवं होशंगाबाद शहर)भी इसकी पहचान के सहायक हैं। यह शहर साम्प्रदायिक सौहाद्र का प्रतीक माना जाता  हैं। दिल्र्ली-मुम्बई रेल मार्ग पर भोपाल से 70 किलो मीटर दूरी पर (मुम्बई की ओर) सतपुडा की सुरम्य वादियों में बसा यह शहर नर्मदापुरम् के नाम से भी जाना जाता हैं। नर्मदा के तट पर बने विशाल विश्व विख्यात सेठानी घाट, नर्मदा मंदिर, जगदीश मंदिर, सुल्तान होशंगशाह गौरी का किला,इसकी विशेषताओं को और भी आकर्षक बनाते हैं। शहर से 27 किलोमीटर की दूरी पर प्रसिध्द शक्तिपीठ सलकनपुर धाम स्थित हैं।
प्रतिभूति कागज कारखाना ,वित्त मत्रांलय ,भारत सरकार के सहयोग से वर्ष 1978 मे केन्द्रीय विद्यालय  होशंगाबाद में स्थापित किया गया। शैशवावस्था मे इसे प्रतिभूति कागज कारखाना स्थित परिसर मे प्रारम्भ किया गया था,जिसे कालान्तर में 15 एकड में सुव्यवस्थित,विभिन्न क्रीडांगनों,विशाल आडिटोरियम एवं भव्य भवन में व्यवस्थित किया गया।भारत सरकार के वित्त मत्रांलय के उपक्रम प्रतिभूति कागज कारखाना ने इसे केवल प्रदेशस्तर पर बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।
शिक्षा के क्षेत्र में अपनी उत्कृष्टता के कारण विद्यालय राष्ट्रीय स्तर पर गौरव -गरिमामय छवि बनाने में कामयाब रहा है।भोपाल संभाग मे इसे श्रेष्ठ व आदर्श विद्यालय का दर्जा हासिल है। शिक्षा का परम ध्येय सैद्धान्तिक,व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त कर उसे आचरण में उतारना एवं व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास करना है, के सिद्धान्तों के अनुपालन स्वारुप विद्यालय को विभिन्न क्षेत्रों में अनेको उपलब्धियां हासिल हुई है। विद्यालय के छात्रों का देश के प्रतिष्ठित व्यवसायिक शिक्षा एवं रक्षा सस्थानों में चयन, केन्द्रीय विद्यालय संगठन के राष्ट्रीय स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं एवं एस.जी.एफ.आई. में चयन, केन्द्रीय विद्यालय संगठन के राष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिताओं का स्थानीय मैदानों पर सफल आयोजन किया जा चुका है। केन्द्रीय विद्यालय के स्काउट एवं गाइड्स भारत के महामहिम राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किये जा चुके है। राष्ट्रीय युवा संसद प्रतियोगिता के अन्तर्गत विद्यालय भोपाल संभाग में प्रथम स्थान प्राप्तकर चुका है, तथा विद्यालय के आठ छात्र-छात्राएं संसदीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार के माननीय मंत्री महोदय द्वारा सम्मनित किये गए हैं।
विद्यालय में नवीनतम तकनीकी युक्त, नेट सुसज्जित समृद्ध तीन कम्प्यूटर लैब, विभिन्न खेलों के लिये विशाल खेल मैदान,आधुनिक मशीनों से युक्त व्यायामशाला, नवीनतम प्रकाशनों से निरन्तर विकसित, विभिन्न विषयों से समृद्ध,कम्प्यूटर सुविधा युक्त वृहत पुस्तकालय,अधुनातम माध्यमों यथा- डी.एल.वी. एवं ओवरहेड प्रोजेक्टर से शिक्षण,विज्ञान तथा गणित की उन्नत प्रयोगशालाएं,निर्देशन-परामर्श,व किशोरावस्था शिक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों के व्यक्तित्व को निखारने के सतत प्रयास  किये जा रहे है।
विद्यालय में लगभग दो हजार दर्शकों की क्षमता वाला भोपाल रीजन का एकमेव, आकर्षक ,विशाल आडिटोरियम सांस्कृतिक,,साहित्यिक,एवं स्वस्थ मनोरंजक गतिविधियों का सपलतापूर्वक संचालन कर रहा है।
वर्तमान में विद्यालय में 853 धात्र-छात्राएँ अध्ययनरत हैं। कक्षा प्रथम से लेकर कक्षा दस तक दो सेक्शन तथा कक्षा ग्यारह व बारह में एक सेक्शन हैं। विद्यालय में विज्ञान संकाय की सुविधा प्राप्त हैं।
राजेश सिंह 

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